Login
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Morbi adipiscing gravdio, sit amet suscipit risus ultrices eu. Fusce viverra neque at purus laoreet consequa. Vivamus vulputate posuere nisl quis consequat.
Create an accountLost your password? Please enter your username and email address. You will receive a link to create a new password via email.
हर महीने पीरियड्स के दौरान होता है कितना ब्लड लॉस, जानें
आपके पीरियड्स हेवी हैं, नॉर्मल हैं या फिर पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग कम होती है इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि इस दौरान जब शरीर से खून बाहर निकलता है तो हम सभी को यही लगता है कितना सारा खून बह गया। लेकिन क्या सच में ऐसा है? माहवारी के दिनों में कितना ब्लड लॉस होता है यहां जानें।
हर महीने जब पीरियड्स आते हैं तो उन 4-5 दिनों या हफ्ते भर के दौरान आपको भी ऐसा महसूस होता होगा जैसे शरीर के अंदर एक जंग चल रही हो। पेट में तेज दर्द, मेन्स्ट्रुअल क्रैम्प्स तो आपकी समस्या को और बढ़ाते ही हैं। लेकिन पीरियड्स के दौरान होने वाले ब्लड फ्लो को देखकर शायद आपको भी ऐसा ही लगता होगा कि कितना सारा खून शरीर से बाहर निकल गया। जी हां, ज्यादातर लड़कियों और महिलाओं की सोच कुछ इसी तरह की होती है। ब्लीडिंग हेवी हो या नॉर्मल, ऐसा लगता मानो कितना सारा खून बह गया, लेकिन हकीकत इससे अलग है।
3 से 4 चम्मच के बराबर ब्लड लॉस
3-4-
पीरियड्स यानी माहवारी के सभी दिनों को मिलाकर औसतन एक लड़की या महिला के शरीर से करीब 30 से 50 मिलिलीटर खून बाहर निकलता है। आसान शब्दों में कहें तो पीरियड्स के दौरान करीब 2 से 3 चम्मच ब्लड लॉस होता है। हालांकि कुछ रिसर्च की मानें तो पीरियड्स के दौरान औसतन 4 चम्मच के बराबर खून शरीर से बाहर निकलता है। हो सकता है ये आंकड़े पढ़कर आप भी यही सोच रही होंगी कि ये आंकड़े तो पूरी तरह से गलत हैं। देखने में तो वो कितना सारा खून होता है।
मेन्स्ट्रुअल फ्लूइड में खून के अलावा और क्या?
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पीरियड्स के दौरान शरीर से बाहर निकलने वाले मेन्स्ट्रुअल फ्लूइड में खून के अलावा और भी बहुत कुछ होता है। इसमें यूट्रस यानी गर्भाशय का टीशू, अन्तर्गर्भाशयकला (endometrial) की मोटी कोशिकाएं और ब्लड क्लॉट भी होता है जिससे मेन्स्ट्रुअल फ्लूइड की मात्रा ज्यादा नजर आती है। यही वजह है कि आपको देखने में लगता है कि कितना सारा खून शरीर से बाहर निकल गया जबकी हकीकत में वो 3 या 4 चम्मच खून ही होता है।
किस स्थिति को कहते हैं हेवी पीरियड्स?
जिस तरह हर महिला का शरीर एक दूसरे से अलग होता है ठीक उसी तरह हर के पीरियड्स भी एक दूसरे से बिलकुल अलग होते हैं। किसी एक के लिए जो हेवी पीरियड्स है हो सकता है कि वह दूसरे के लिए नॉर्मल हो। पीरियड्स को आमतौर पर हेवी तब माना जाता है जब हर बार पीरियड्स साइकल के दौरान करीब 80 मिलिलीटर यानी 5 से 6 चम्मच के बराबर मेन्स्ट्रुअल फ्लूइड शरीर से बाहर निकल रहा हो। अगर आपका पीरियड्स 7 दिन से ज्यादा तक जारी रहता है तो इसे भी हेवी पीरियड्स माना जाता है।
पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने के हैं कई कारण
एन्डोमीट्रिऑसिस- ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें गर्भाशय के अंदर मौजूद टीशू जैसा दिखने वाला टीशू गर्भाशय के बाहर भी बनने लगता है। इस दौरान पेट में तेद दर्द भी होता है।
फाइब्रॉयड्स- अगर यूट्रस में फाइब्रॉयड्स यानी रेशे बनने लगें तो इससे भी पीरियड्स के दौरान हेवी ब्लीडिंग होने लगती है।
पीसीओडी- अगर आपकी ओवरी यानी अंडाशय में सिस्ट की दिक्कत है तब भी पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो बहुत हेवी हो सकता है।
आईयूडी- अगर आपने गर्भनिरोधक उपकरण इंट्रायूट्राइन डिवाइस (iud) लगवा रखा है तो इसका भी आपके पीरियड्स के दौरान होने वाली ब्लीडिंग पर असर पड़ता है।
ये संकेत भी बताते हैं आपके पीरियड्स हैं हेवी
- अगर सैनिटरी नैपकिन या टैम्पून्स यूज करने के बाद भी पीरियड्स के दाग आपके कपड़ों में लगने लगें
- अगर हर 2 घंटे से भी कम समय में आपको सैनिटरी प्रॉडक्ट चेंज करने की जरूरत पड़े
- लीकेज रोकने के लिए 2 तरह के सैनिटरी प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करना पड़े
--------------------------- | --------------------------- |