गहरी सांस लेने और छोड़ने से क्या होता है?healthplanet.net

Posted on Thu 8th Dec 2022 : 14:07

रोज 10 मिनट तक लें गहरी और लंबी सांस, मिलेंगे यह 5 जबरदस्त फायदे, बस जान लें सही तरीका

Benefits of Deep Breathing: बिजी लाइफस्टाइल में खुलकर सांस लेना बेहद जरूरी है. हर दिन कुछ मिनट की डीप ब्रीदिंग आपको कई फायदे दे सकती है. आप इसे पांच से 10 मिनट के लिए कर सकते हैं. जानिए कैसे


Benefits of Deep Breathing: भागदौड़ भरी जिंदगी में हम गहरी-लंबी सांस लेना ही भूल गए हैं, जिसकी वजह से शरीर में ब्‍लड सर्कुलेशन बेहतर नहीं रहता और थोड़ा भी स्‍ट्रेस होने पर लोग असहज महसूस करने लगते हैं.कई शोधों में भी इस बात की पुष्‍टी की गई है कि अगर आप अपने सांस लेने के तरीके में बदलाव ले आएं और छोटी-छोटी सांस लेने की बजाय गहरी सांस लें, तो इससे आप मानसिक रूप से तो बेहतर महसूस करेंगे ही आपका फेफड़े, ब्‍लड प्रेशर आदि भी बेहतर तरीके से काम करेंगे. 

डीप ब्रीदिंग क्या है 
डीप ब्रीदिंग को डायफ्राग्मेटिक ब्रीदिंग कहा जाता है. जब इंसान नाक के माध्यम से गहरी सांस लेता है और उसे धीरे-धीरे से छोड़ता है तो इसे ‘डीप ब्रीदिंग’ की प्रकिया कहा जाता है. ऐसा करने से सेहत को जबरदस्त फायदे मिलते हैं. डीप ब्रीदिंग से फेंफड़ों के अंदर ज्यादा ऑक्सीजन जाता है और पूरे शरीर के साथ ही ब्रेन में भी ब्‍लड फ्लो बेहतर बना रहता है. कई योगा आसन ऐसे हैं, जिनके माध्‍यम से भी आप गहरी सांस की प्रैक्टिस कर सकते हैं. प्राणायाम, कपालभाति, अनुलोम-विलोम आदि का अभ्‍यास कर आप गहरी सांस ले सकते हैं.

डीप ब्रीदिंग के फायदे

फेफड़े मजबूत बनाता है
डीप्र ब्रींदिग करने से फेफड़ों को मजबूती मिलती है. क्योंकि जब आप गहरी सांस लेते हैं तो फेफड़े में ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचता है, जो नसों के माध्यम से पूरे शरीर में पहुंचता है. 

एंग्जाइटी दूर करने में मददगार है डीप ब्रीदिंग
अगर आप बेचैन हैं और एंग्जाइटी महसूस कर रहे हैं तो डीप ब्रीदिंग करें. आप एंग्जाइटी दूर करने के लिए रोज इसका अभ्‍यास कर सकते हैं.

मूड रहता है अच्‍छा
मूड को बेस्ट बनाने के लिए आप एंग्जाइटी का अभ्यास जरूर करें. रोज ऐसा करने से आप अंदर ही अंदर बेहतर महूसस करते हैं और दिनभर खुश और एनर्जेटिक महसूस करेंगे.

तनाव कम करने में हेल्पफुल
अगर आप तनाव महसूस कर रहे हैं, तो प्राणायम का अभ्‍यास करें. प्राणायाम के जरिए गहरी सांस लेने का अभ्‍यास होता है और इससे मेंटल स्ट्रेस कंट्रोल जाता है.

फोकस बढ़ता है
जब कोई गहरी सांस लेने का अभ्यास करता है तो धीरे-धीरे वह अपनी पढ़ाई या काम की तरफ बेहतर तरीक से फोकस कर पाते हैं. इसके अभ्यास से आप हलचल, शोरगुल में भी खुद को शांत रख सकते हैं.

गहरी नींद दिलाने में भी मददगार है
अगर आपको नींद न आने की समस्‍या है, तो आप बेड पर ही आंख बंद करके प्राणायाम करें और 10 बार गहरी सांस लें, आप अंतर पाएंगे.

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